तू भी ख्वा-म-खाह बढ़ रही हैं ऐ धूपBy April 10, 2020तू भी ख्वा-म-खाह बढ़ रही हैं ऐ धूपइस शहर में पिघलने वाले दिल ही नहीं रहे!24578 viewsगिला शिकवा • Hindi481Share